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Sentences of Command/Order

Sentences of Command/Order
 I say stop.           रुको।
Speak.                  बोलो।
Listen.                  सुनो।
Wait here.           यहां ठहरो।
Come here.         इधर आओ।
Look here.           इधर देखो।
Take it.                 यह लो।
Come near.         पास आओ।
Wait outside.      बाहर इंतज़ार करो।
Go up.                  ऊपर जाओ।
Go Down.            नीचे जाओ।
Get off.                उतर जाओ।
Get ready.            तैयार हो जाओ।
Keep quiet.          चुप रहो।
Be careful            सावधान रहो।
Go slowly.            धीरे चलो।
Go at once.          तुरन्त जाओ।
Stop here.            यहां रुको।
Go straight          सीधे जाओ।
Go away              चले जाओ।
Get out.               निकल जाओ।

कर्ता न होते हुए भी ये पूर्ण वाक्य हैं, इनमें 'You'  यानी subject, अर्थ को देखते हुए अपनी ओर से लगाना पड़ता है।

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Class 2nd Science. Chapter 1. Plant's Life: * Trees. (वृक्ष) Very big and strong plants are called trees.  ----------------*-------------- * Shrubs. (झाड़ियॉ) The dense plants which are short and hard stems are called shrubs. ----------------*-------------- * Herbs. (शाक ) Very small and seasonal plants are called herbs. ----------------*-------------- * Climbers. (पर्वतारोही) Some plants are weak and can not stand on their own. They need support to climb up. These plants are called climbers. .................................. Some plants are weak, that cannot stand on their own, which need support to climb up, they are called climbers. ----------------*-------------- What is plant life? The plant life cycle consists of four stages; seed, sprout, small plant, and adult plant. ----------------*-------------- ** Life of Plants ** A. Tick(✓) the correct answer: 1. The small plants are called (a) shrubs [✓] (b) herbs (c) twiners 2. Some -------- are big and strong. (a) plants [✓] ...

लिंग / वाक्य-प्रयोग द्वारा लिंग-निर्णय

लिंग - जिस शब्द से पुरुष जाति या स्त्री जाति का बोध हो, उसे लिंग कहते हैं। (हिंदी में सजीव के अलावा निर्जीव और भाव को भी पुरुष जाति अथवा स्त्री जाति में रखा गया है) लिंग के भेद-  हिंदी में लिंग के दो भेद हैं। 1. पुलिंग - जिस शब्द से पुरुष जाति का बोध हो, उसे पुलिंग कहते हैं। जैसे:- सजीव - श्याम, पिता, ऊंट, हाथी, बैल  इत्यादि। निर्जीव - नेत्र, तारा, ऊख, पवन, पैर, शरीर इत्यादि। भाव - प्रातः, बुढ़ापा, बचपन, अपनत्व इत्यादि। 2. स्त्रीलिंग - जिस शब्द से स्त्री जाति का बोध हो उसे स्त्रीलिंग कहते हैं। जैसे:- सजीव - राधा, गोरी, गाय, माता, घोड़ी इत्यादि। निर्जीव - इमारत, केस, पुस्तक, पेन इत्यादि। भाव - खटास, मिठास, ईमानदारी, सांस इत्यादि। लिंग निर्णय:- लिंग निर्णय में वाक्य छोटे एवं सरल रखें। ऐसा वाक्य न बनाएं, जिससे लिंग निर्णय स्पष्ट ना हो।    यह एक विद्यालय है। यह एक गाय है। उपर्युक्त वाक्य सभी शुद्ध हैं, लेकिन लिंग निर्णय की दृष्टि से अशुद्ध हैं। क्योंकि वाक्य से विद्यालय / गाय पुलिंग है या स्त्रीलिंग स्पष्ट नहीं हो रहा है। * वाक्य प्रयोग द्वारा लिंग निर्णय ...

कारक * संज्ञा या सर्वनाम के जिस रुप से उसका संबंध वाक्य के दूसरे शब्दों से पता चले, वह कारक है।

कारक संज्ञा या सर्वनाम के जिस रुप से उसका संबंध वाक्य के दूसरे शब्दों से पता चले, वह कारक है। (जो क्रिया की उत्पत्ति में सहायक हो, उसे 'कारक' कहा जाता है।) कारक के आठ भेद 1. कर्त्ता 5. अपादान 2. कर्म 6. सम्बन्ध 3. करण 7. अधिकरण 4. सम्प्रदान 8. सम्बोधन कारक को प्रकट करने वाले शब्द कारक चिन्ह या परसर्ग कहलाता है। ….............*................. 1. कर्ता कारक - ने * काम करने वाले को 'कर्त्ता' कारक कहते हैं। जैसे:—अमर ने पीटा है इस वाक्य में पीटने का काम अमर ने किया है। अतः इस वाक्य का कर्त्ता 'अमर' है। नोट- कौन करता है? प्रश्न से जो उत्तर निकलता है, उसे कर्त्ता कहा जाता है। कर्त्ता के चिह्न 'ने' और शून्य'0' हैं । ….............*................. 2. कर्म कारक - को * जिस पर काम का फल पड़ता है, उसे 'कर्म' कारक कहते हैं। जैसे:— अमर ने रोहन को मारा। इस वाक्य में मारने का फल रोहन पर पड़ता है, अतः रोहन वाक्य का 'कर्म' है। कर्म के चिह्न' को ' और शून्य '0' हैं। ….............*................. 3. करण कारक...